लिजेंड्स ऑफ चेस : ऑनलाइन शतरंज में उलझे आनंद
विश्वनाथन आनंद नें जब खेलना शुरू किया और जब तक विश्व जूनियर चैम्पियन भी बन गए तब तक ना तो कंप्यूटर का शतरंज की तैयारी में कोई योगदान था और ना ही इसके भविष्य को लेकर कोई खास समझ दुनिया में विकसित हुई थी । समय बदला तो कंप्यूटर नें शतरंज की तैयारी में सबसे मजबूत स्थान बना लिया साथ ही दो दशक पूर्व इंटरनेट के आगमन के बाद पिछले एक दशक में ऑनलाइन शतरंज नें अपना एक साथ बनाना शुरू कर पर दिया फिर भी शतरंज का खेल और टूर्नामेंट अपने क्लासिकल अंदाज में आगे बढ़ते रहे । पर अचानक कोविड के बाद आई परिस्थिति नें इसे महत्वपूर्ण बना दिया । विश्वनाथन आनंद ने वैसे तो नेशंस कप में ऑनलाइन खेलते हुए बेहतर खेल दिखाया पर लिजेंडस ऑफ चैस टूर्नामेंट में आनंद इसके फॉर्मेट में फिट बैठते नजर नहीं आ रहे और खासतौर पर इसके टाईब्रेक मुक़ाबले में उनका तालमेल नजर नहीं आ रहा । 5 बार के विश्व चैम्पियन और वापसी में माहिर आनंद इस नई चुनौती से कैसे निपटेंगे ? पढे लेख
लिजेंड्स ऑफ चैस – विश्वनाथन आनंद की लगातार पाँचवीं हार
लिजेंड्स ऑफ चैस इंटरनेशनल ऑनलाइन चैंपियनशिप के पाँच राउंड खेले जा चुके है और अब तक यह प्रतियोगिता भारत के पाँच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद के लिए एक बुरे सपने की तरह साबित हो रही है और ऐसा पहली बार है की किसी भी फॉर्मेट मे आनंद को लगातार इतनी बार हार का सामना करना पड़ा हो । विश्वनाथन आनंद अब तक रूस के पीटर स्वीडलर ,नॉर्वे के मेगनस कार्लसन ,रूस के ब्लादिमीर क्रामनिक ,नीदरलैंड के अनीश गिरि और हंगरी के पीटर लेको से पराजित हो चुके है हालांकि बड़ी बात यह की वह शायद ये सभी मुकाबलों मे वह बेहतर स्थिति मे थे पर सही समय मे बेहतर चाल खोजने मे नाकामयाब रहे ।
टाईब्रेक में उलझे आनंद
अनीश गिरि के खिलाफ आनंद के पहले चारों मुक़ाबले ड्रॉ रहे पर जैसे ही बात बिना किसी अतिरिक्त समय के अरमागोदेन पर आई आनंद इसे सम्हाल नहीं पाये और अच्छी स्थिति के बाद भी समय में मैच हार गए
कभी लाइटनिंग किंग रहे आनंद क्या तेज नहीं खेल पा रहे ?
विश्वनाथन आनंद अपने समय के तेज खिलाड़ी रहे है यह बात किसी से छुपी नहीं है पर ऑनलाइन शतरंज का तेज खिलाड़ी होना दरअसल सबसे अलग बात है और यहाँ आपके कंप्यूटर ,आपका माऊस ,इंटरनेट ,आपकी क्लिक करने की तेजी और साथ ही ऑनलाइन शतरंज खेलने की आदत एक अहम भूमिका निभाते है और शायद आनंद इसी मे तालमेल नहीं बैठा पा रहे है ।
क्या होती है प्री मूव -
वैसे तो हम शतरंज में सामान्य तौर पर खेलते हुए विरोधी के चाल चलने से पहले अपनी चाल सोच लेते है पर उसे चल सकते है सामने वाले के चलने और घड़ी दबाने के बाद ही पर ऑनलाइन शतरंज में आप परिस्थिति के हिसाब से अपनी चाल पहले से चल सकते है और कई चाले चुन सकते है और ऐसे में सामने वाले के चलने के बाद कंप्यूटर मिली सेंकड़ में ही आपकी चाल चल देगा और आपका समय बच जाएगा और यही बात कई युवा खिलाड़ी या लगातार इंटरनेट में खेलने वालों के लिए मददगार साबित होती है पर अगर आप इसमें अभ्यस्त नहीं है तो यह आपको समय के मामले में बहुत पीछे छोड़ देगी । आनंद फिलहाल इसी समस्या से जूझते नजर आ रहे है । खैर दोस्तो यहाँ यह भी साफ है की आनंद खराब लय से जूझ रहे है और उनके मैच के दौरान लिए निर्णय से यह साफ समझ आता है ।
पांचवे राउंड मे हंगरी के पीटर स्वीडलर के खिलाफ विश्वनाथन आनंद नें चार रैपिड के मुकाबलों मे पहला मैच जीतकर शानदार शुरुआत की जबकि दूसरे मुक़ाबले मे जीत के बेहद करीब हो कर भी मुक़ाबला ड्रॉ हुआ । तीसरा मुक़ाबला ड्रॉ रहा जबकि चौंथे मुक़ाबले मे बड़ी गलती के चलते आनंद मैच हार गए और अंततः स्कोर 2-2 हो गया और इसके बाद खेले गए टाईब्रेक मे आनंद समय के चलते हार गए और पीटर राउंड जीतने मे सफल रहे ।
अरमागोदेन में जीत के करीब फिर समय से हारे आनंद ?
फिलहाल 5 राउंड के बाद नॉर्वे के मेगनस कार्लसन और रूस के इयान नेपोमनियाची 14 अंक के साथ पहले ,रूस के ब्लादिमीर क्रामनिक 9 अंक और पीटर स्वीडलर 8 अंक पर , नीदरलैंड के अनीश गिरि 8 अंक ,इज़राइल के बोरिस गेलफंड 6 अंक ,उक्रेन के वेसली इवांचुक 5 अंक ,हंगरी के पीटर लेको 4 अंक ,चीन के डिंग लीरेन 3 अंक तो विश्वनाथन आनंद 2 अंको पर क्रमशः दूसरे से लेकर दसवें स्थान तक बने हुए है ।
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देखे आज रात मुक़ाबला सबसे आगे चल रहे नेपोंनियची से