अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस : चेसबेस इंडिया और IIMUN का साझा प्रयास

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बातुमी , जॉर्जिया फीडे महिला विश्व कप 2025 में तीसरे राउंड का टाईब्रेक भारत के लिए एक बार फिर अच्छा रहा और कोनेरु हम्पी और दिव्या देशमुख के बाद भारत की ग्रांडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली और आर वैशाली ने कठिन टाईब्रेक मुकाबले जीतकर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। वहीं भारत की इंटरनेशनल मास्टर वन्तिका अग्रवाल का शानदार अभियान तीसरे राउंड में समाप्त हो गया। तीसरे राउंड के दूसरी बाजी में भारत की इंटरनेशनल मास्टर दिव्या देशमुख और देश की नंबर एक खिलाड़ी ग्रांड मास्टर कोनेरु हम्पी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथे राउंड यानी प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली थी। दिव्या ने सर्बिया की मौजूदा यूरोपियन महिला चैम्पियन आईएम टियोडोरा इन्याक के खिलाफ ड्रॉ खेलकर 1.5-0.5 से मैच अपने नाम किया था और हम्पी ने पोलैंड की आईएम क्लॉडिया कुलोन को सटीक खेल में हराकर 1.5-0.5 से जीत दर्ज की थी। वैसे यह पहला मौका है जब एक साथ चार भारतीय महिला खिलाड़ियों नें अंतिम 16 में जगह बनाई है। पढे यह लेख, Photo: FIDE/Anna Shtourman
क्रोएशिया में चल रही सुपरयूनाइटेड रैपिड एंड ब्लिट्ज 2025 का खिताब मैगनस कार्लसन ने अपने नाम किया। प्रतियोगिता के रैपिड भाग में हालाँकि गुकेश ने काफी अच्छी बढ़त बना रखी थी, परंतु मैगनस ने अंतिम दो दिनों में ब्लिट्ज में शानदार वापसी करते हुए गुकेश समेत सभी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया। मैगनस ने पहले दिन की अपनी विजयी लय को जारी रखते हुए ब्लिट्ज के दूसरे दिन भी शानदार प्रदर्शन किया और 5/9 अंक बनाकर एक राउंड पहले ही अपनी जीत सुनिश्चित कर ली। वहीं विश्व चैंपियन गुकेश के लिए भी दूसरा दिन काफी अच्छा रहा और उन्होंने खराब गए पहले दिन के बाद वापसी करते हुए 4/9 अंक बनाए और खुद को पीछे नहीं होने दिया। ग्रैंड चेस टूर की इस रैपिड और ब्लिट्ज प्रतियोगिता में उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया। भारत के प्रज्ञानन्दा के लिए यह प्रतियोगिता कुछ खास नहीं रही और वे इसे भूलकर अपनी आगे आने वाली प्रतियोगिताओं पर ध्यान देना चाहेंगे। पढे देवांश सिंह का यह लेख , Photo: Lennart Ootes/Grand Chess Tour
5 जुलाई को शुरू हुए सुपरयूनाइटेड क्रोएशिया रैपिड एंड ब्लिट्ज 2025 के ब्लिट्ज भाग का पहला दिन भारतीय दर्शकों और खिलाड़ियों के लिए कुछ खास नहीं रहा और कल समाप्त हुई रैपिड प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले गुकेश आज खेली गई 9 बाजियों में से सिर्फ करुआना फ़ाबीयानो पर विजय प्राप्त कर पाए और अनिश गिरी को ड्रॉ पर रोक पाए, अन्य मुकाबलों में डी गुकेश को निराशा हाथ लगी। ब्लिट्ज का पहला दिन 8 बार के विश्व ब्लिट्ज चैंपियन मैगनस कार्लसन के नाम रहा और उन्होंने रैपिड में गुकेश से मिली हार को भुलाकर शानदार वापसी की और ब्लिट्ज प्रतियोगिता में अविजित रहकर 7.5/9 अंक अर्जित किए। ब्लिट्ज के पहले दिन में अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर अब मैगनस ने दोनों ही रैपिड और ब्लिट्ज मिलाकर डूडा पर 1.5 अंक की और गुकेश पर 2 अंक की बढ़त बना ली है। बाकी खिलाड़ियों के लिए यह बढ़त कम करना एक बेहद ही कठिन चुनौती होने वाली है। भारत के प्रज्ञानन्दा के लिए भी ब्लिट्ज कुछ खास नहीं रहा, हालाँकि उन्होंने गुकेश पर तो ज़रूर जीत हासिल की पर दिन के अंत में 4.5/9 अंक बनाकर संतुष्ट होना पड़ा। पढे देवांश सिंह का यह लेख , Photo: Lennart Ootes/Grand Chess Tour
क्रोएशिया में चल रही सुपरयूनाइटेड रैपिड एंड ब्लिट्ज 2025 प्रतियोगिता के रैपिड सेक्शन का आज सुखद समापन हुआ और विश्व चैम्पियन डी गुकेश ने एकतरफा बाज़ी मारते हुए रैपिड प्रतियोगिता का ख़िताब अपने नाम कर लिया है। शुरुवाती दो दिनों में बनाई हुई मजबूत बढ़त गुकेश के आज काफी काम आई, हालाँकि उनका विजयी रथ आज कुछ समय के लिए धीमा तो हुआ और उनकी 7वें और 8वें राउंड की बाजियाँ ड्रॉ पर खत्म हुईं, पर अंतिम राउंड में गुकेश ने फिर शानदार शतरंज का प्रदर्शन करते हुए अमेरिका के वेस्ली सो को हराकर प्रथम स्थान सुनिश्चित किया। इस प्रतियोगिता के रैपिड भाग को जीतकर कल से शुरू हो रही इसी प्रतियोगिता के ब्लिट्ज भाग के लिए 3 पॉइंट की काफी बड़ी बढ़त अभी से बना ली है। गुकेश कल भी काफी शानदार नज़र आए और उन्होंने अपने प्रतिद्वंदियों को कोई भी मौका नहीं दिया, भारतीय दर्शकों और खेल प्रेमियों के लिए इस शानदार खबर के साथ-साथ एक और सौगात प्रज्ञानन्दा ने भी दी और वह आज भी अविजित रहे और क्रोएशिया के इवान सारिच को हराकर रैपिड टूर्नामेंट को चौथे स्थान पर समाप्त किया प्रतियोगिता की एक मात्र हार उन्हें सिर्फ गुकेश से ही मिली। पढे देवांश सिंह का यह लेख , Photo: Lennart Ootes/Grand Chess Tour
क्रोएशिया में चल रही 2025 ग्रैंड चेस टूर की महत्वपूर्ण प्रतियोगिता सुपरयूनाइटेड रैपिड और ब्लिट्ज का दूसरा दिन भी वर्तमान विश्व चैम्पियन डी गुकेश के नाम रहा। अपना पहला ही मुकाबला हारने के बाद गुकेश ने पहले दिन शानदार वापसी करते हुए 2 बाज़ियाँ जीती थीं। गुकेश के लिए दूसरा दिन पहले दिन से भी बेहतर रहा और उन्होंने अपनी तीनों बाज़ियाँ जीतकर प्रतियोगिता में 2 अंकों की एकल बढ़त बना ली है। नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को चौथे, अमेरिका के फबियानो कारुआना को पाँचवें और विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन को छठे मुकाबले में हराकर अपनी लगातार 5वीं जीत हासिल की। प्रज्ञानन्दा की दूसरे दिन की तीनों बाज़ियाँ ड्रॉ रहीं और उन्होंने मैगनस कार्लसन, फबियानो कारुआना और अनीश गिरी के साथ ड्रॉ खेला।आज की बाज़ियों में गुकेश को नीदरलैंड्स के अनीश गिरी, क्रोएशिया के ही इवान सारिच और अंतिम बाज़ी में अमेरिका के वेसली सो से खेलना है। गुकेश की नज़र अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए आज की बाज़ियाँ जीतकर ख़िताब उठाने पर होगी। पढे यह लेख , Photo: Lennart Ootes/Grand Chess Tour
ग्रांड चैस टूर के महत्वपूर्ण पड़ाव सुपरयूनाइटेड रैपिड और ब्लिट्ज़ शतरंज के पहले दिन कल रैपिड एक तीन मुक़ाबले खेले गए जिसके बाद भारत के वर्तमान विश्व चैम्पियन डी गुकेश , मैगनस कार्लसन , यान डूड़ा और वेसली सो 4 अंक बनाकर सयुंक्त बढ़त पर चल रहे है । वैसे भारत के नजरिए से देखा जाए तो पहला दिन गुकेश के नाम रहा और वह भी इसीलिए खासतौर पर क्यूंकी पहले राउंड में उनकी शुरुआत उनके अभ्यास के साथी पोलैंड के डूड़ा के खिलाफ हार से हुई थी , पर उसके बाद गुकेश नें लगातार दो मुकाबलों में पहले फ्रांस के अलीरेजा फिरौजा और फिर हमवतन आर प्रज्ञानन्दा को पराजित करते हुए लगातार दो शानदार जीत दर्ज की । प्रज्ञानन्दा नें पहले दिन दो बाज़ियाँ ड्रॉ खेली । आज रैपिड का भारत के लिहाज से सबसे खास दिन रहने वाला है क्यूंकी गुकेश और प्रज्ञानन्दा दोनों को आज बारी बारी से मैगनस कार्लसन और फबियानों करूआना का सामना करना है । पढे यह लेख , Photo: Lennart Ootes/Grand Chess Tour
भारत के आर प्रज्ञानन्दा नें एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए उजचैस कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है , प्रज्ञानन्दा हमेशा से शानदार खिलाड़ी रहे है और यह बात उन्होने अपने खेल जीवन मे कई बार साबित की है पर अब वह वहाँ पहुँच रहे है जहां शायद उनके कदम विश्व चैंपियनशिप की तरफ तेजी से बढ़ रहे है । 2024 को अगर गुकेश का वर्ष कहा जाता है तो शतरंज की दुनिया में भारत के आर प्रज्ञानन्दा नें निश्चित तौर पर 2025 का वर्ष अभी से ही अपने नाम कर लिया है । टाटा स्टील , सुपरबेट क्लासिक और अब उजचैस का खिताब अपने नाम करते हुए फीडे कैंडिडैट 2026 में फीडे सर्किट के रास्ते अपने नाम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है । उजचैस कप के आखिरी दिन प्रज्ञानन्दा नें कमाल का खेल दिखाया और पहले क्लासिकल मुक़ाबले में अब्दुसत्तारोव को हराया और फिर टाईब्रेक में सिंदारोव और अब्दुसत्तारोव दोनों को पीछे छोड़ते हुए खिताब हासिल कर लिया । पढे यह लेख तस्वीरे : शाहिद अहमद / चैसबेस इंडिया
उज़्बेक्सितान के ताशकंत में चल रहे उजचैस कप 2025 का सातवाँ राउंड मेजबान देश के शीर्ष खिलाड़ी अब्दुसत्तारोव नोदिरबेक की वापसी के नाम रहा, एक दिन पहले छठे राउंड में हमवतन याक़ूबबोएव नोदिरबेक से लगभग ड्रॉ खेल हारने के बाद अपनी बढ़त खोने वाले अब्दुसत्तोरोव नें सातवें राउंड में अपनी मजबूत मानसिक ताकत का परिचय देते हुए सयुंक्त बढ़त में चल रहे और शानदार मुक़ाबले खेल रहे ईरान के परहम मघसूदलू को पराजित करते हुए एक बार फिर से एकल बढ़त हासिल कर ली है। भारतीय खिलाड़ियों में अर्जुन एरिगासी नें हंगरी के रिचर्ड रापोर्ट से और प्रज्ञानन्दा नें रूस के यान नेपोमनिशी से ड्रॉ खेला जबकि अरविंद चितांबरम के लिए यह टूर्नामेंट एक बुरा स्वपन साबित हो रहा है और उन्हे उज्बेकिस्तान के सिंदारोव के हाथो अपनी तीसरी हार का सामना करना पड़ा। पढे देवांश सिंह का यह लेख, तस्वीरे शाहिद एहमद
उज़बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में चल रहे उज़बेकिस्तान की सबसे मजबूत प्रतियोगिताओं में से एक उज़चेस कप के दूसरे संस्करण का कल पाँचवाँ चक्र समाप्त हुआ। पाँचवाँ दिन भारत के लिए बहुत अच्छा नहीं बीता एक और भारत के अर्जुन एरिगैसी नें मेजबान देश के वोखिदोव पर जीत के साथ एक बार फिर खुद को ख़िताबी दौड़ मे शामिल कर लिया तो सबसे आगे चल रहे आर प्रज्ञानन्दा को ईरान के परहम मघसूदलू से और अरविंद चितांबरम को उज्बेकिस्तान एक अब्दुसत्तोरोव से हार का सामना करना पड़ा और इस जीत से अब अब्दुसत्तारोव 4 अंको के साथ एकल बढ़त पर पहुँच गए है । पढे देवांश सिंह का यह लेख , तस्वीरे : शाहिद अहमद चैसबेस इंडिया
भारत के आर प्रज्ञानन्दा को अगर हम मौजूदा भारतीय पीढ़ी का सबसे पहला सितारा कहे तो यह गलत नहीं होगा , जब हम गुकेश और अर्जुन का नाम कम ही जानते थे प्रज्ञानन्दा वह पहले खिलाड़ी बने थे जिन्हे शतरंज की इस नयी पीढ़ी में सबसे पहले पहचान मिली थी और फिर निहाल और फिर अर्जुन और गुकेश ना जाने कब हर भारतीय शतरंज प्रेमी की जुबान में चढ़ गए , हर किसी की उपलब्धि हर रोज हमें हैरान और गौरान्वित कर रही थी , गुकेश नें सबसे तेज विश्व चैम्पियन बनकर सभी को पीछे छोड़ दिया तो अर्जुन नें अपनी रेटिंग से 2800 का आंकड़ा छू कर एक और इतिहास बनाया , वहीं प्रज्ञानन्दा नें सबसे पहले फीडे कैंडिडैट में जगह बनाई , पर उसके बाद प्रज्ञानन्दा अपनी लय खो बैठे पर अंततः इस वर्ष की शुरुआत में उन्होने गुकेश को हराकर पहले टाटा स्टील ,फिर मकसीम लागरेव को हराकर सुपर बेट क्लासिकल जैसे बड़े खिताब अपने नाम किए । फिलहाल प्रज्ञानन्दा उजचैस के चार राउंड के बाद सयुंक्त बढ़त पर चल रहे है और लाइव रेटिंग में गुकेश को पीछे छोड़ते हुए 2780 अंको के साथ अर्जुन से कुछ दशमलव अंक पीछे है , क्या प्रज्ञानन्दा अपने खेल जीवन में पहली बार देश के नंबर एक खिलाड़ी होने का गौरव हासिल करेंगे ? पढे यह लेख , PHoto - Grand Chess Tour & Shahid Ahmed
सयुंक्त राज्य अमेरिका के सेंट लुइस में 10 जून से शुरू हुई अमेरिका और विश्व की सबसे शक्तिशाली महिला शतरंज प्रतियोगिताओं में से एक केयर्न्स कप का समापन मेजबान देश की ख़िताबी जीत से हुआ और मेजबान देश की ही कैरीसा यिप ने यह प्रतियोगिता जीतकर केयर्न्स कप का खिताब जीता, साथ ही साथ उन्होंने अपना दूसरा ग्रैंडमास्टर नॉर्म भी हासिल किया।प्रतियोगिता की कुल इनामी राशि 250000 डॉलर थी और कैरीसा ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 65000 डॉलर अपने नाम किए। बड़ी बात यह रही की दूसरे स्थान पर भी यूएसए की ही खिलाड़ी एलिस ली रही जिन्होने 50,000 डॉलर अपने नाम किए , भारत की हरिका द्रोणावल्ली तीसरे स्थान पर रही और उन्होने 40,000 डॉलर अपने नाम किए । एक समय खिताब की बड़ी दावेदार लग रही कोनेरु हम्पी अंतिम दौर मे तीन अप्रत्याशित हार से पांचवें स्थान पर सरक गयी । पढे देवांश सिंह का यह लेख । Photo: Lennart Ootes/Saint Louis Chess Club
अमेरिका में चल रहे केयर्न्स कप का आठवां मुक़ाबला भी रोमांचक रहा और पाँच में से तीन बाज़ियों में काले मोहरों से खेलते हुए खिलाड़ियों ने जीत हासिल की और अन्य दो मुक़ाबले ड्रॉ रहे। जहां एक और मेजबान देश की कैरिसा यिप ने बिबिसारा अस्सौबायेवा को पराजित करते हुए लगातार चौंथी जीत से सभी को चौंका दिया , वहीं जॉर्जिया की नाना डज़ग्निड्ज़े ने पोलैंड की अलीना काशलिन्सकाया को हराया , भारत के लिए एक झटका लगा जब जॉर्जिया की ही नीनो बट्सियाशविली ने भारत की कोनेरू हम्पी को काले मोहरों से खेलते हुए मात दी। अन्य दो बाजियाँ ड्रॉ रहीं, जिनमें चीन की तान झोंगयी और मारिया म्यूज़चुक एवं भारत की हरिका और एलिस ली की बाजियाँ शामिल हैं। पढे देवांश सिंह का यह लेख Photo: Lennart Ootes/Saint Louis Chess Club
सेंट लुईस में चल रहे केयर्न्स कप के एक दिन के विश्राम के बाद कल हुआ छठा राउंड रोमांच से भरपूर रहा और पांचों बाजियों में हार और जीत का फैसला हुआ, जिसमें 4 बाजियाँ सफेद मोहरों से खेल रहे खिलाडियों ने और बची हुई एक बाजी काले मोहरों से जीती गई , दो बार की रैपिड विश्व चैम्पियन भारत की कोनेरु हम्पी नें अपनी शानदार लय को बरकरार रखते हुए एक बेहतरीन बाजी के साथ भारत की ही हरिका द्रोणावल्ली को स्पर्धा की पहली हार दी और अपनी तीसरी जीत के साथ 4.5 अंक बनाते हुए एकल बढ़त को हासिल कर लिया । हम्पी इस समय शानदार लय मे चल रही है और पुणे ग्रां प्री , नॉर्वे शतरंज में शानदार प्रदर्शन के बाद केयर्न्स कप में एक और ख़िताबी जीत की तरफ बढ़ते हुए नजर आ रही है । पढे देवांश सिंह का यह लेख । Photo: Lennart Ootes/Saint Louis Chess Club
इटली के विश्व धरोहर स्थल के रूप में प्रसिद्ध डोलोमाइट्स पर्वतमाला में स्थित फोर्नी दी सोपरा में 16वें डोलोमिटी इंटरनेशनल शतरंज टूर्नामेंट का आज समापन हो गया और इसका खिताब बेहतर टाईब्रेक के आधार पर भारत के इंटरनेशनल मास्टर हिमल गुसैन ने अपने नाम कर लिया । 9 राउंड के बाद हिमल और बुल्गारिया के टॉप सीड ग्रांड मास्टर मार्टिन पेट्रोव दोनों 8 अंक बनाकर सयुंक्त पहले स्थान पर थे पर बेहतर टाईब्रेक के आधार पर खिताब हिमल को मिला और पेट्रोव को उपविजेता के स्थान से संतोष करना पड़ा । रोमानिया के मड़ालिन अंडरोनेसकू 6.5 अंक बनाकर तीसरे स्थान पर रहे । रोमानिया की एकटेरिना पिरवुलेसकू , ग्रीस की ग्राप्सा जॉर्जिया और कोलंबिया की एंजेला फ़्रांकों शीर्ष तीन महिला खिलाड़ी रही । फोरनी दे सोपरा से निकलेश जैन का लेख और तस्वीरे ..