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50 वर्ष पार : विश्वनाथन आनंद का जादू बरकरार

by Niklesh Jain - 30/01/2020

अभी अभी टाटा स्टील मास्टर्स शतरंज 2020 का समापन हुआ । फबियानों करूआना नें अपने खेल जीवन के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन से 2 अंक की बढ़त पर खिताब अपने नाम किया । बात करे भारत के 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद की तो वह 6.5 अंक बनाकर टाईब्रेक में  सातवे स्थान पर स्थान पर रहे । प्रतियोगिता में कुल 14 खिलाड़ी खेल रहे थे ऐसे में पिछले ही माह उम्र का 50 वर्ष का आंकड़ा पार करने वाले आनंद नें प्रतियोगिता में कुल 13 राउंड में 9 ड्रॉ 2 जीत 2 हार के परिणाम हासिल कर सके । वैसे तो इसे आप असाधारण प्रदर्शन नहीं कह सकते पर अगर आनंद की उम्र को ध्यान में रखे और साथ ही उनके कुछ मुक़ाबले खास तौर कार्लसन और करूआना के खिलाफ जीती बाजी का परिणाम उनके पक्ष में रहता तो वह दूसरे और तीसरे स्थान पर भी हो सकते थे । पढे यह लेख 

इससे पहले की हम आनंद के किसी भी प्रदर्शन का आकलन करे यहाँ गौर करने वाली बात यह है की आनंद के अलावा ऐसा कौन सा खिलाड़ी है जो शीर्ष ग्रांड मास्टर टूर्नामेंट में आनंद की जगह भारत का नेत्तृत्व कर सके ? जबाब है भले विदित और हरिकृष्णा 2700 के पार है पर आनंद की जगह लेता नजर नहीं आता ऐसे में आनंद का इस स्तर के टूर्नामेंट में भाग लेना भी बड़ी बात है ऐसे में उनका सातवा स्थान हासिल करना भी अपने आप में बेहद बड़ी बात है । इस टूर्नामेंट में जब आनंद नें अलीरेजा और जेफ्री जियांग जैसे नवोदित खिलाड़ियों को अपने अनुभव और आक्रामक खेल से पराजित किया वह वाकई उनके बड़े कद का परिचायक है । साथ ही वो ही ऐसे खिलाड़ी रहे जो विश्व नंबर 1 कार्लसन और विश्व नंबर 2 के खिलाफ जीतने के करीब थे । 

आनंद का टाटा स्टील मास्टर्स 2020 का पूरा प्रदर्शन 

बड़ी बात यह की पहले तीनों स्थान पर रहे करूआना ,कार्लसन और वेसली सो के खिलाफ आनंद 0.5 अंक बना सके पर दरअसल यह 2.5 भी हो सकता था 

पहले राउंड में जहां आनंद नें अर्टेमिव से ड्रॉ खेला लेकिन दूसरे राउंड में वेसली सो से उन्हे हार का सामना करना पड़ा और यह किसी भी टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत  नहीं कही जा सकती थी । 


वेसली सो के खिलाफ आनंद नें एक बेहद आक्रामक खेल खेला और एक स्थिति ऐसी थी जब आनंद खेल को बेहद रोमांचक स्थिति में ले गए थे 

काले मोहरो से खेल रहे आनंद की यह चाल सबसे महत्वपूर्ण थी सोचिए आप क्या खेल सकते है ?

अगले दो राउंड में आनंद ने दो शांतिपूर्ण मुक़ाबले खेले और इस दौरान अनीश गिरि और यू यांगी से ड्रॉ खेला 

इसके बाद राउंड 5 में आखिरकार आनंद नें अपनी पहली जीत दर्ज की और उन्होने युवा अमेरिकन खिलाड़ी जेफ्री जियांग को  पराजित किया 

अमेरिका के युवा खिलाड़ी जेफ्री जियांग के खिलाफ आनंद की जीत बेहद खास रही और इसमें आनंद का आक्रामक खेल और उनका अनुभव साफ नजर आया 

राउंड 7 में जहां आनंद - कार्लसन के बीच मुक़ाबला बेहद खास हुआ और आनंद जीत के करीब पहुंचे पर मुक़ाबला ड्रॉ रहा औरआठवे राउंड में  फबियानों करूआना के खिलाफ जीत के करीब जाने के बाद आनंद हार गए 

विश्व नंबर 1 मेगनस कार्लसन के खिलाफ आनंद के मुक़ाबले हमेशा खास होते है और दर्शको के लिए खास रुचिकर होते है ऐसे मे यह मैच भी बिलकुल काफी रोमांच लेकर आया और एक समय आनंद मुक़ाबला जीतने के काफी करीब थे । सातवे राउंड में भारत के 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद और मौजूदा विश्व चैम्पियन नॉर्वे के मेगनस कार्लसन के बीच बेहद रोमांचक मुक़ाबला खेला गया और आनंद नें पूरे समय शानदार नियंत्रण से यह बता दिया की 50 की उम्र में भी उनसे खेलना अभी बिलकुल आसान काम नहीं है । सिसिलियन ओपेनिंग में सफ़ेद मोहरो से खेलते हुए आनंद नें मध्य के खेल में कार्लसन के मोहरो के लिए खेलना मुश्किल बनाते हुए एक प्यादे की बढ़त कायम कर ली और ऐसे में कार्लसन के लिए जहां हर चाल कठिन लग रही थी आनंद कम समय के चलते गलतियाँ कर गए और कार्लसन नें वापसी करते हुए 54 चालों में खेल ड्रॉ करा लिया ।

करूआना के खिलाफ तो आनंद जीत के बेहद करीब ही पहुँच गए थे और पूरी तरह से जीती बाजी हार गए । काले मोहरो से खेल रहे आनंद नें क्यूजीडी ओपनिंग के रागोजीन डिफेंस में ओपनिंग में एक अतिरिक्त प्यादा क़ुरबान करते हुए मोहरो की सक्रियता से फबियानों पर  दबाव बनाना शुरू कर दिया और आखिरकार खेल की 37वी चाल में वजीर की अदला बदली करने का फबियानों का निर्णय बड़ी भूल था जिसका फायदा उठाते हुए आनंद साफ जीत की ओर बढ़ रहे थे पर पहले राजा और फिर हाथी की गलत चालों नें फबियानों को अपने प्यादो को आगे ले जाकर 61 चालों में जीत दिला दी 

एक बार फिर राउंड 9 और 10 के मुक़ाबले ड्रॉ खेले पहले रूस के डेनियल डुबोव से और फिर रूस के ही निकिता वितुगोव से मुक़ाबला ड्रॉ खेला पर इसके बाद राउंड 11 आनंद के लिए टूर्नामेंट मे एक समय तक सबसे आगे चल रहे ईरान के अलीरेजा फिरौजा को पराजित करते हुए जीत दर्ज की । 

 11 वे राउंड में भारत के 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद नें बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ईरान के युवा खिलाड़ी फिरौजा अलीरेजा को पराजित करते हुए प्रतियोगिता में ना सिर्फ अपनी दूसरी जीत दर्ज की बल्कि अपनी स्थिति में सुधार करते हुए 5.5 अंक के साथ 10वे से सीधे 6 वे स्थान पर आ गए । राउंड 11 में हुए मुक़ाबले में काले मोहरो से नीमजो इंडियन ओपनिंग में आनंद नें बेहद शानदार एंडगेम के जरिये 48 चालों में जीत दर्ज की 

देखे आनंद की इस जीत का विडियो विश्लेषण - हिन्दी चेसबेस इंडिया के सौजन्य से 

अंतिम राउंड बाद में आनंद नें बेहद शानदार ओपेनिंग तैयारी से मैच  खेलते हुए जान डुड़ा के खिलाफ एक आसान ड्रॉ खेला देखे विडियो 

कुछ अन्य विडियो टाटा स्टील मास्टर्स के 

 

 

 



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