शतरंज ओलंपियाड 2021 : विश्वनाथन आनंद करेंगे भारतीय टीम का नेत्तृत्व
कोविड के चलते जब सभी खेलो के ना होने से निराशा का माहौल था तब सितंबर 2020 में भारतीय शतरंज टीम नें पूरे देश को गौरान्वित करते हुए फीडे शतरंज ओलम्पियाड का सयुंक्त स्वर्ण पदक रूस के साथ जीता था और देश के राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री से लेकर हर किसी से इसे सराहा था । भारतीय टीम एक बार फिर शतरंज ओलंपियाड 2021 में स्वर्ण पदक की दावेदारी पेश करने जा रही है । इस बार टीम की कमान पाँच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद के हाथो में होगी जो बेहद ही शानदार लय में नजर आ रहे है । भारतीय टीम इस बार औसत रेटिंग के अनुसार और मजबूत नजर आ रही है । टीम में पिछली बार की तरह ही छह खिलाड़ियों को हर मैच में खेलने का मौका मिलेगा । वैसे तो शतरंज ओलंपियाड के बेस डिविसन के मुक़ाबले 13 अगस्त से शुरू हो जाएँगे पर भारत मुख्य चरण में 8 सितंबर से खेलेगा और एक बार फिर भारत के सामने चीन , रूस , यूएसए और अर्मेनिया जैसी टीमों की चुनौती रहेगी । पढे यह लेख
विश्वनाथन आनंद के नेत्तृत्व में शतरंज ओलंपियाड खेलेगा भारत
विश्व शतरंज ऑनलाइन ओलंपियाड का सयुंक्त विजेता भारत एक बार फिर 2021 के ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक की दावेदारी के साथ खेलता नजर आएगा और इस बार टीम की कमान होगी पाँच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद के हाथो में ।आनंद नें पिछले बार भी टीम की जीत में खास भूमिका निभाई थी और फिलहाल उनकी मौजूदा लय टीम के लिए एक शानदार संकेत है ।
टीम में पिछले बार से ज्यादा बदलाव नहीं किया गया है और वर्तमान रेटिंग के आधार पर टीम में आनंद के अलावा पुरुष वर्ग में विदित गुजराती , पेंटाला हरीकृष्णा टीम को धार देंगे
पुरुष वर्ग में इस बार अधिबन भास्करन को भी शामिल किया गया है
महिला वर्ग में कोनेरु हम्पी ,हरिका द्रोणावल्ली का होना एक बार टीम को बेहद मजबूत बना रहा है
टीम में इस बार तनिया सचदेव पहली बार ऑनलाइन ओलंपियाड खेलेंगी
जबकि भक्ति कुलकर्णी लगातार दूसरी बार खेलती नजर आएंगी
जूनियर बालक वर्ग में निहाल सरीन , प्रग्गानंधा का एक साथ आना टीम को बेहद खतरनाक बना रहा है खासतौर में दोनों की वर्तमान लय को देखते हुए
इस बार जूनियर बालिका वर्ग में आर वैशाली को स्थान दिया गया है जो जूनियर वर्ग को बेहद मजबूत बना देगा
वही सविता श्री को टीम में पहली बार स्थान दिया गया है ।
ग्रांड मास्टर अभिजीत कुंटे को टीम का नॉन प्लेईंग उपकप्तान बनाया गया है
और ग्रांड मास्टर एन श्रीनाथ एक बार फिर टीम को तैयारी में मदद करेंगे
जबकि युवा गुकेश इस बार नए रोल में नजर आएंगे और टीम को तैयारी में मदद करेंगे ।
टीम में हर मैच में कुल छह खिलाड़ी खेलेंगे जिसमें पुरुष वर्ग में 2 , महिला वर्ग में 2 खिलाड़ी और जूनियर बालक 1 और जूनियर बालिका 1 खिलाड़ी टीम में खेल सकेंगे । टीम मे संयोजन के हिसाब से भारत एक बार फिर सबसे ताकतवर टीम नजर आ रही है और स्वर्ण पदक के लिहाज से सबसे बड़ी दावेदार है । भारतीय टीम को ओलंपियाड के मुख्य चरण में प्रवेश दिया गया है जिसके मुक़ाबले 8 सितंबर से शुरू होंगे ।
पहली बार भारतीय टीम को आधिकारिक प्रायोजन मिला है। देश में वाई-फाई इंटरनेट प्रदाताओं में से एक,माइक्रोसेंस प्रमुख प्रायोजक होगा।
वर्ग 2020 की शतरंज ओलंपियाड स्वर्ण पदक विजेता टीम
भारतीय शतरंज महासंघ ने टीम के लिए इस बार और बेहतर इंतजाम किए है । सभी खिलाड़ियों को चेन्नई के एक फाइव स्टार होटल में एक कमरा उपलब्ध कराया जाएगा जहां से सभी मैच खेले जाएंगे। पिछले ओलंपियाड के विपरीत, टीम को एक और स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए दो ग्रैंडमास्टर्स - डी गुकेश और एन श्रीनाथ के समर्थन के साथ एक तीन स्तरीय इंटरनेट कनेक्शन किया गया है।
“टीम को एक जगह एक साथ लाना वर्तमान समय में एक सपने के सच होने जैसा है। हम कोई दबाव नहीं देते हैं, हमारा उद्देश्य एक स्वस्थ माहौल बनाना है जहां टीम अच्छी तरह से मिलती है", अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने के बारे में एआईसीएफ अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा।
“यह भारतीय शतरंज के लिए आने वाली कई और अच्छी चीजों की शुरुआत है। हम खेल के लाभों को लाने के लिए कई विभागों में काम कर रहे हैं और हमारा उद्देश्य सरल है - भारत को दुनिया में नंबर एक शतरंज खेलने वाला देश बनाना", फेडरेशन के सचिव भारत सिंह चौहान ने कहा।